मुंबई पुलिस ने टीआरपी छेड़छाड़ मामले में ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च कॉउंसिल (बार्क) इंडिया के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता, बार्क इंडिया के पूर्व सीओओ रोमिल रामगढ़िया और रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खनचंदानी के खिलाफ सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है। मुंबई पुलिस ने सप्लीमेंट्री चार्जशीट को मुंबई के मजिस्ट्रेट कोर्ट में दाखिल की है, जो कि 3600 पन्नों की हैं।
आपको बता दें कि, टीआरपी छेड़छाड़ मामले में पार्थो दासगुप्ता और रोमिल रामगढ़िया अभी जेल में हैं तो वहीं विकास खनचंदानी जमानत पर बाहर है।
रिपब्लिक टीवी के सीईओ विकास खनचंदानी को 13 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था और 16 दिसंबर को उन्हें जमानत मिल गयी थी। इसके अलावा रोमिल रामगढ़िया को 17 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था तो पार्थो दासगुप्ता को 24 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था।
आपको बता दें कि, पार्थो दासगुप्ता ने मुंबई की सेशंस कोर्ट से जमानत मांगी है, जिसपर कोर्ट ने उन्हें अंतरिम जमानत देने से इंकार करते हुए मामले को 15 जनवरी तक के लिए स्थगित कर दिया।
मीडिया रिपोर्ट की ख़बरों को आधार माने तो अधिवक्ता शार्दुल सिंह ने दासगुप्ता की जमानत के लिए तर्क दिया कि डाटा को हंसा रिसर्च कंपनी द्वारा एकत्रित किया गया और दासगुप्ता का इसपर बहुत ही काम नियंत्रण था। उन्होंने कहा कि, ऐसे कोई भी सबूत नहीं है कि, पार्थो की तरफ से बेइमानी की गई। पार्थो को जेल में रखे जाने का कोई औचित्य नहीं है क्योंकि पद पर रहते हुए पार्थो द्वारा उपयोग किये गए इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व फाइनेंसियल स्टेटमेंट पुलिस द्वारा जब्त किये जा चुके हैं।
टीआरपी छेड़छाड़ का मामला पिछले साल अक्टूबर में तब सामने आया था जब हंसा रिसर्च ने अपनी शिकायत में कहा था कि जिन घरों में बारो मीटर लगे हैं, उन घरों को भुगतान करके कुछ टीवी चैनल्स दर्शकों की संख्या में हेरा फेरी कर रहे हैं।