ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च कॉउंसिल (बार्क) इंडिया के पूर्व सीईओ पार्थो दासगुप्ता और रिपब्लिक टीवी के एडिटर इन चीफ अर्नब गोस्वामी की व्हाट्सऐप चैट के सामने आने के बाद न्यूज़ ब्रॉडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) ने मांग की है कि, रिपब्लिक टीवी को बार्क रेटिंग सिस्टम से तबतक के लिए बाहर किया जाए जबतक कि, कोर्ट का टीआरपी स्कैम मामले में कोई अंतिम फैसला नहीं आ जाता।
एनबीए का कहना है कि, पार्थो दासगुप्ता और अर्नब गोस्वामी के बीच की व्हाट्सऐप चैट को देखकर आश्चर्य है। यह व्हाट्सऐप मैसेजेस टीआरपी रेटिंग में छेड़छाड़ के लिए दोनों की साठगाठ को दर्शाते हैं। रिपब्लिक टीवी को फायदा पहुंचाने के लिए दूसरे चैनल्स की रेटिंग को काम किया गया। इसके साथ ही एनबीए ने यह भी मांग की है कि, रिपब्लिक टीवी के आईबीएफ की मेम्बरशिप को भी तत्काल प्रभाव से निरस्त किया जाए और यह तबतक प्रभाव में रहे जबतक की मामला कोर्ट में लंबित हैं।
एनबीए ने मांग की है कि, बार्क को उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए जो बार्क और न्यूज़ ब्रॉडकास्ट की विश्वसनीयता को प्रभावित करने के लिए जिम्मेदार है।
मीडिया रिपोर्ट की ख़बरों को आधार माने तो पार्थो और अर्नब की चैट के सामने आने के बाद कई अहम खुलासे हुए हैं। एक तरफ जहाँ पार्थो रिपब्लिक टीवी को टीआरपी रेटिंग बढ़ने में मदद कर रहे थे तो वहीं पार्थो पीएमओ में मीडिया सलाहकार का पद पाने के लिए अर्नब की मदद मांग रहे थे।
टीआरपी स्कैम पिछले साल अक्टूबर में सामने आया था,जब हंसा रिसर्च ने अपनी शिकायत में कहा था कि, जिन घरों में बारो मीटर लगे है उन घरों को भुगतान करके कुछ टीवी चैनल्स दर्शकों की संख्या में हेरा फेरी कर रहे हैं।