भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने अपने कोलकाता और हैदराबाद के रीजनल ऑफिस से 25 मार्च और 26 मार्च को ऑनलाइन कंज्यूमर आउटरीच प्रोग्राम (सीओपी) किया।
आपको बता दें कि प्रोग्राम के दौरान ग्राहकों को अलग-अलग टेलीकॉम सर्विसेज को लेकर के जागरूक किया गया, जिसमें टैरिफ, वेल्यू एडेड सर्विसेज, डाटा सर्विसेज और मोबाइल नंबर पोर्टिबिलिटी आदि शामिल हैं। इसके अलावा ग्राहकों को अलग-अलग मोबाइल ऐप्स के फायदे के बारे में भी बताया गया, जिसमें ट्राई माई स्पीड ऐप, ट्राई माई कॉल ऐप और डीएनडी 2.0 ऐप शामिल हैं। बता दें कि इन ऐप्स को ग्राहकों को सशक्त बनाने के लिए ट्राई द्वारा ही बनाया गया है। इसके अलावा ग्राहकों को होने वाले फ्रॉड को लेकर भी जागरूक किया गया, जिसमें टॉवर फ्रॉड, आईएसडी नंबर्स से मिस्ड कॉल आदि शामिल हैं।
ट्राई ने अपने कोलकाता के रीजनल ऑफिस से बिहार और झारखण्ड के ग्राहकों के लिए सीओपी किया। सीओपी में टेलीकॉम ग्राहक, कंज्यूमर एड़वोकेसी ग्रुप्स के प्रतिनिधि, टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स के प्रतिनिधि, अलग कॉलेजों के छात्रों और अध्यापकों और सरकारी अधिकारियों ने इसमें भाग लिया। प्रोग्राम में हिस्सा लेने वालों के सवालों का जवाब ए. मुनिशेखर ने दिया जो ट्राई के रीजनल ऑफिस कोलकाता के एडवाइजर है।
इसके अलावा ट्राई ने अपने हैदराबाद के रीजनल ऑफिस से तेलंगाना के ग्राहकों के लिए सीओपी किया। सीओपी में टेलीकॉम ग्राहक, कंज्यूमर एड़वोकेसी ग्रुप्स के प्रतिनिधि, टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स के प्रतिनिधि और अलग-अलग कॉलेजों के छात्र और अध्यापकों ने भाग लिया।
आपको बता दें कि ट्राई ग्राहकों को जागरूक करने के लिए देश के अलग-अलग हिस्सों में सीओपी करता रहता है। कोरोना की वजह से अभी ट्राई सीओपी को ऑनलाइन कर रहा है।