वीरप्पन के जीवन पर पर बनी वेब सीरीज ‘वीरप्पन: हंगर फॉर किलिंग’ विवादों में फसती नजर आ रही हैं। दरअसल, बेंगलुरु सत्र और दीवानी न्यायालय ने सीरीज पर अस्थायी रोक लगाने के निर्देश दिए है। इसकी मांग वीरप्पन की पत्नी वी मुथुलक्ष्मी ने की थी। उनका कहना है कि, इस वेब सीरीज से उनकी पर्सनल लाइफ प्रभावित होगी। इसके साथ ही उन्होंने सीरीज के निर्माताओं पर भी एकतरफा और तथ्यों को तोड़ मड़ोरकर कहानी दिखने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, पहले भी कई निर्माता वीरप्पन की जिंदगी पर फिल्म का निर्माण करके काफी पैसा कमा चुके हैं।
कोर्ट में दिए हलफनामे में वीरप्पन की पत्नी मुथुलक्ष्मी ने कहा कि, मेरे पति को मरे हुए 16 साल का समय बीत चूका है। आखिरी बार जब मैं चेन्नई सिविल कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट पहुंची तो अदालत ने मेरी निजता का सम्मान किये जाने की बात कहीं थी और उन्होंने मुझे 25 लाख रुपए का मुआवजा भी देने का आदेश दिया था। अब एक बार फिर से फिल्म बन रही है। इसके चित्रण से मेरे परिवार को प्रताड़ना सहनी पद रही है।
आपको बता दें कि, कोर्ट के आदेश के बाद अब वीरप्पन: हंगर फॉर किलिंग के यूट्यूब और अन्य वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ होने से रोक लग गयी है। कोर्ट ने यह रोक अगली सुनवाई तक के लिए लगाई है।
वीरप्पन एक कुख्यात चन्दन तस्कर था, जिसकी दक्षिण भारत के जंगलों में तूती बोलती थी। वीरप्पन कई पुलिस अधिकारियों की मौत का भी आरोपी था। आईपीएस विनय कुमार के नेतृत्व में बनाई गयी टीम ने वीरप्पन को 18 अक्टूबर 2004 को एनकाउंटर में मार गिराया था।