फेसबुक के स्वामित्व वाले मैसेजिंग ऐप व्हाट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में एक याचिका दायर करके मांग की गयी है कि इसे तत्काल प्रभाव से वापस लिया जाए।
याचिका में कहा गया है कि, व्हाट्सऐप की यह पॉलिसी किसी भी यूजर्स की ऑनलाइन गतिविधि में निगरानी रख सकती है। इससे किसी भी व्यक्ति की निजी और व्यक्तिगत गतिविधि पर नजर रखी जा सकती है और यह सब बिना किसी सरकारी निरिक्षण के किया जा सकता है।
आपको बता दें कि, व्हाट्सऐप की नई पॉलिसी की वजह से उसकी काफी आलोचना हो रही है। हालात यह है कि, यूजर्स व्हाट्सऐप के विकल्प की तलाश कर रहे हैं और इसका लाभ मिल रहा है टेलीग्राम और सिग्नल जैसे ऐप्स को। मीडिया रिपोर्ट की ख़बरों को आधार माने तो व्हाट्सऐप की नई पॉलिसी के जारी होने के सिर्फ सात दिनों के भीतर ही भारत में व्हाट्सऐप का डाउनलोड 35 फीसदी तक काम हो गया। इसके अलावा 40 लाख से अधिक यूजरों ने टेलीग्राम और सिग्नल को डाउनलोड किया। बता दें कि, इसमें से 24 लाख डाउनलोड सिग्नल को मिले और 16 लाख डाउनलोड टेलीग्राम को मिले।
व्हाट्सऐप की नई पॉलिसी की लगातार होने वाली आलोचना ही वजह है कि, व्हाट्सऐप को खुद इस बारे में सफाई देनी पद रही है। लेकिन इसका भी कोई खास फायदा होता हुआ नहीं दिख रहा है। व्हाट्सऐप ने अपनी नई पॉलिसी को लेकर के सफाई दी है कि, इससे यूजर्स की निजी चैट प्रभावित नहीं होगी। इसके साथ ही फेसबुक के साथ यूजर्स के कॉन्टेक्ट्स की डिटेल को साझा नहीं किया जाएगा। नई पॉलिसी सिर्फ बिजनेस अकाउंट के लिए है।
बता दें कि, व्हाट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी इको स्वीकार करने के लिए यूजर्स के पास 8 फरवरी तक का समय हैं।