स्वदेशी माइक्रोब्लॉगिंग साइट ‘कू’ ने डिजिटल प्लेटफॉर्म के लिए आए सरकार के नए दिशानिर्देशों को प्लेटफॉर्म पर लागू कर दिया है। आपको बता दें के सरकार ने इस साल 25 फ़रवरी को फेसबुक और ट्विटर जैसी सोशल मीडिया कंपनियों के लिए ज्यादा कड़े नियमों की घोषणा की थी जिसके तहत उन्हें अधिकारियों द्वारा रिपोर्ट की गई सामग्री को 36 घंटे में हटाना पड़ेगा और भारत में कार्यरत किसी अधिकारी के साथ एक शिकायत निवारण तंत्र की स्थापना करनी पड़ेगी।
आज (शनिवार) कू ने अपने एक बयान में कहा कि उसकी निजी नीति, उपयोग की शर्तें और सामुदायिक दिशानिर्देश महत्वपूर्ण सोशल मीडिया मंचों पर लागू होने वाले नियमों की जरूरतों का पालन करते हैं। कू के करीब 60 लाख यूजर्स हैं जिसके साथ वह नए दिशानिर्देशों के अधीन आने वाले मंचों में एक बन जाती है। इसके अलावा कू ने एक सम्यक जांच-पड़ताल और शिकायत निवारण तंत्र लागू किया है और भारत में रहने वाला एक मुख्य अनुपालन अधिकारी, एक नोडल अधिकारी और एक शिकायत अधिकारी इसका हिस्सा होंगे।
भारत सरकार ने फ़रवरी में जब दिशा निर्देशों को जारी किया था तब सरकार ने महत्वपूर्ण सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म की परिभाषा तय करते हुए कहा था कि प्लेटफॉर्म पर कम से कम रजिस्टर्ड यूजर्स की संख्या 50 लाख होनी चाहिए। सोशल मीडिया के इन प्लेटफॉर्म्स को नए सूचना प्रौद्योगिकी नियमों के तहत अतिरिक्त दायित्वों का पालन करना होगा जिनका उद्देश्य इन मंचों के दुरुपयोग पर रोक लगाना है। सरकार ने कहा था कि नये नियम तत्काल प्रभाव से लागू होंगे और इस तरह के सोशल मीडिया प्रदाताओं को इनका पालन शुरू करने के लिए तीन महीने का समय दिया जाएगा।
आपको बता दें कि कू को भारत में माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर की टक्कर में लांच किया गया। इसके फीचर काफी हद तक ट्विटर जैसे हैं इसलिए इसे स्वेदशी माइक्रोब्लॉगिंग साइट भी कहते हैं। कू ऐप को यूजर्स गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर से भी मुफ्त में डाउनलोड कर सकते हैं। कू इंग्लिश के साथ – साथ हिंदी, तमिल, तेलुगु, कन्नड़, मराठी और बंगाली भाषा में भी उपलब्ध है। अपने यूजरों को बेहतरीन अनुभव प्रदान करने के लिए कू नए – नए फीचर भी लेकर आता रहता है।