आईआईएमसी के शैक्षणिक सत्र 2020-21 का केंद्रीय सुचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने ऑनलाइन उद्धघाटन किया। इस दौरान प्रकाश जावड़ेकर ने छात्रों को सलाह दी कि वे अनावश्यक सनसनी और टीआरपी केंद्रित पत्रकारिता के जाल में फसने की बजाय स्वास्थ्य पत्रकारिता सीखे और समाज में जो अच्छा हो रहा है उसे भी लोगों तक पहुंचाएं।
उन्होंने कहा कि पत्रकारिता एक जिम्मेदारी है, दुरूपयोग का साधन नहीं है। आपकी कहानी में अगर दम है तो उसके लिए किसी नाटक और सनसनी की जरुरत नहीं होगी। समाज में इतनी अच्छी खबरें हैं, लेकिन दुर्भाग्य है कि उसे कोई दिखता नहीं है। उन्होंने कई ख़बरों के उदाहरण भी दिए और पूछा कि क्या यह खबरें नहीं हैं ?
आगे उन्होंने कहा कि, पत्रकारिता का पहला मंत्र यह है कि जीवन के सभी क्षेत्र में लोगों को प्रभावित करने वाली सारी घटनाएं खबर हैं। मीडिया की आज़ादी लोकतंत्र का महत्वपूर्ण आयाम है। लेकिन यह आज़ादी जिम्मेदारी के साथ आती है। टीआरपी को ध्यान में रख कर हो रही पत्रकारिता सही नहीं। 50 हज़ार घरों में लगा मीटर 22 करोड़ दर्शकों की राय नहीं हो सकता। हम इसका दायरा बढ़ाएंगे।