देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए वीकेंड कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ समीक्षा बैठक के बाद प्रेस वार्ता करके दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू का ऐलान किया है। अरविन्द केजरीवाल ने बताया कि हर सप्ताह शुक्रवार रात दस बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक दिल्ली में कर्फ्यू लागू रहेगा। वीकेंड कर्फ्यू के दौरान सिर्फ जरुरी सेवाओं से जुड़े हुए लोगों को ही आवाजाही की अनुमति होगी। इसके लिए उन्हें पास जारी किये जाएंगे। इसके अलावा मॉल, जिम, स्पा और ऑडिटोरियम बंद रहेंगे तो वहीं सिनेमा हॉल तो खुले रहेंगे, लेकिन सिर्फ 30 प्रतिशत की ही क्षमता के साथ। वीकेंड कर्फ्यू के दौरान रेस्टोरेंट भी खुले रहेंगे, लेकिन सिर्फ होम डिलीवरी की ही इजाजत होगी।
To control the spread of COVID19, it has been decided to impose weekend curfew in Delhi: Chief Minister Arvind Kejriwal pic.twitter.com/4oc4kFMBLG
— ANI (@ANI) April 15, 2021
प्रेस वार्ता के दौरान अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि, मेरा निवेदन है कि किसी अस्पताल को लेकर जिद्द न करें। सीएम के नाते मैं आपको भरोसा दिलाता हूं कि दिल्ली में अस्पतालों में बेड की कमी नहीं है। पांच हजार से ज्यादा बेड अभी भी मौजूद हैं। हम फिलहाल अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड बढ़ाने में जुटे हुए हैं। दिल्ली में लगातार केस बढ़ रहे हैं, जिसके कारण कुछ ठोस निर्णय लिए गए हैं। इसके तहत दिल्ली में वीकेंड कर्फ्यू लगाने का फैसला लिया गया है। वीकेंड में जो लोग बाहर निकलते हैं उनको टाला जा सकता है। ऐसे में कोरोना के चेन को तोड़ना आसान होगा, इसीलिए वीकेंड कर्फ्यू लगाया जा रहा है।
आपको बता दें कि राजधानी दिल्ली में कोरोना बेकाबू हो चुका है। पिछले 24 घंटे में आए कोरोना के नए मामलों की बात करें तो यह आंकड़ा 17 हज़ार को पार कर गया है और 100 से अधिक मौतें हुई हैं। दिल्ली में यह कोरोना संक्रमण दर का अबतक का सबसे अधिक आंकड़ा है। इसी के साथ राजधानी में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 50736 हो गयी है और कोरोना मरीजों का आंकड़ा 11540 हो गया है।
कोरोना से सिर्फ दिल्ली ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्य भी बेहाल है। महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना को काबू में करने के लिए पूरे राज्य में कर्फ्यू लागू कर रखा है तो वहीं देश के सबसे बड़े प्रदेश उत्तर प्रदेश की भी हालत कोई बहुत अच्छी नहीं है यहां पर भी कोरोना के आने वाले दैनिक मामलों में काफी इजाफा देखने को मिल रहा है। अभी हाल ही में इलाहबाद हाई कोर्ट ने तो उत्तर प्रदेश सरकार से कोरोना को राज्य में काबू में करने के लिए विकल्पों पर विचार करने को कहा है।