72 वाँ गणतंत्रा दिवस ऐसे ज़ख्म दे गया है जिसका दर्द लगातार टीस मार रहा है अंतरात्मा अंदर ही अंदर रो रही है कि किस तरह से पूरी दिल्ली को बंधक बना लिया गया और लाल किले पर कब्जा कर वहाँ अपने झण्डे लगा दिए गए सैकडों पुलिस वालों ने 20 फीट गहरी खाई में कूद कर जान बचाई, कितनो के सिर फूटे तो कितनो के हाथ पाँव टूटे कैसा नंगा नाच ...