वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि सरकार के दवाब में आकर फेसबुक ने कुछ हैशटैग ब्लॉक किए थे। भारत सरकार ने वॉल स्ट्रीट जर्नल के इस दावे को ख़ारिज कर दिया है। इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने अपने आधिकारिक ट्वीट में कहा है कि, कुछ खास हैशटैग को ब्लॉग करने के लिए सरकार की ओर से कोई आदेश नहीं दिया गया था। फेसबुक ने भी साफतौर पर कह दिया है कि कुछ हैशटैग गलती से ब्लॉक हुए थे। मंत्रालय का कहना है कि 5 मार्च 2021 को वॉल स्ट्रीट जर्नल में “इंडिया थ्रीटेंस जेल फॉर फेसबुक, व्हाट्सऐप एंड ट्विटर एम्प्लाइज” शीर्षक से एक खबर प्रकाशित की गई थी जो कि पूरी तरह से भ्रामक और बेबुनियाद है। इस संबंध में वॉल स्ट्रीट जर्नल को इस खबर के लिए आधिकारिक खंडन भी भेजा है।
A story by @WSJ attributing removal of a certain hashtag by Facebook to GOI's efforts to curb public dissent is misleading on facts and mischievous in intent. Govt has not issued any direction to remove this hashtag. Facebook has also clarified that it was removed by mistake. https://t.co/uzgQ55PNMe
— Ministry of Electronics & IT (@GoI_MeitY) April 29, 2021
इस पूरे बवाल पर फेसबुक का कहना है कि सरकार विरोधी हैशटैग एक गलती की वजह से ब्लॉक हुआ था जिसे अब री-स्टोर कर दिया गया है।