जैसा कि आप जानते हैं, आज का बदलता दौर OTT प्लेटफॉर्म्स का है ओटीटी का पूरा नाम है ‘ओवर द टॉप’. जो कि इंटरनेट के माध्यम से विभिन्न प्रकार का कंटेंट सीधे हमारी स्क्रीन पर स्ट्रीम करता है. हाँ-हाँ वही जिनमें आप सेक्रेड गेम्स, मिर्ज़ापुर, पंचायत, तांडव जैसी सीरीज़ भी देखते हैं. उदाहरण के तौर पर नेटफ़्लिक्स, अमेज़न प्राइम, हॉटस्टार, ज़ीफ़ाइव, वूट, ऑल्ट बालाजी इत्यादि।
मगर इस समय OTT प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज़ होने वाली मिर्ज़ापुर, तांडव जैसी सीरीज़ पर कई राज्यों में आपत्ति दर्ज की गई है. उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र जैसे राज्यों में एफ़आईआर दर्ज होने के बाद अब भारत सरकार भी ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को लेकर थोड़ा सख़्त नज़र आ रही है.
बीते रविवार 31 जनवरी 2021 को मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज़ होने वाले सीरियल्स व् वेब सीरीज़ को लेकर हमें कई शिकायतें मिली हैं. OTT प्लेटफॉर्म्स पर रिलीज़ होने वाली फ़िल्में और सीरियल्स सेंसर बोर्ड, प्रेस काउन्सिल एक्ट, केबल टेलीविज़न नेटवर्क एक्ट के दायरे में नहीं आते हैं. जिसके लिए सरकार जल्द ही इन प्लेटफॉर्म्स के लिए ज़रूरी गाइडलाइंस जारी करेगी।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि आज यानि 1 फ़रवरी 2021 से खुलने वाले सिनेमा घरों में 100% ऑडियंस जा सकेगी। सिनेमा घरों में कोविड नियमों का सख़्ती से पालन किया जाना चाहिए। 2 शोज़ के बीच में कुछ समय का अंतर होगा जिससे कि भीड़ अचानक से न जमा हो. साथ ही उन्होंने बताया कि वहां पर लगने वाले खाने के स्टॉल्स से खाने पीने की चीज़ें अंदर ले जा सकते हैं.
आप को बता दें कि कई फ़िल्मों की रिलीज़ रोक के रखी गई थी. जो कि अब 100% ऑडियंस के साथ सिनेमाघरों में रिलीज़ होंगी।